बिहार सरकार ने राज्य के पशुपालकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और ग्रामीण क्षेत्र में गाय पालन को बढ़ावा देने के लिए ‘बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना 2024’ की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देसी गायों की संख्या बढ़ाना और किसानों की आय को दोगुना करना है। इसके तहत सरकार देसी गायों की खरीदी पर 75% तक की प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है। आइए इस योजना की विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं।
Contents
- 1 1. बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य
- 1.1 2. योजना के अंतर्गत मिलने वाला लाभ
- 1.2 3. पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
- 1.3 4. आवश्यक दस्तावेज़ (Required Documents)
- 1.4 5. आवेदन की प्रक्रिया (Application Process)
- 1.5 6. योजना का क्रियान्वयन (Implementation of the Scheme)
- 1.6 7. सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया
- 1.7 8. योजना का प्रभाव (Impact of the Scheme)
- 1.8 9. महत्वपूर्ण तिथियाँ (Important Dates)
- 1.9 10. संपर्क जानकारी (Contact Information)
1. बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य
बिहार में देसी गायों की संख्या कम हो रही थी, जिससे दूध उत्पादन और कृषि के लिए जैविक खाद की उपलब्धता में कमी आ रही थी। इस योजना का उद्देश्य:
- देसी गायों की नस्लों को संरक्षित करना और उनकी संख्या में वृद्धि करना।
- ग्रामीण किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना।
- जैविक खाद और जैविक खेती को बढ़ावा देना।
- राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाना और पशुपालन को एक लाभकारी व्यवसाय बनाना।
2. योजना के अंतर्गत मिलने वाला लाभ
बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना के तहत सरकार द्वारा निम्नलिखित लाभ दिए जा रहे हैं:
- प्रोत्साहन राशि: देसी गायों की खरीदी पर सरकार 75% तक की प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी।
- वित्तीय सहायता: इस योजना के तहत किसानों को देसी गायों की खरीद के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे वे आसानी से गायों की खरीदी कर सकें।
- अनुदान: सरकार द्वारा दिए गए अनुदान से किसानों पर वित्तीय बोझ कम होगा और उन्हें पशुपालन में प्रोत्साहन मिलेगा।
3. पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसान को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
- आवासीय पात्रता: आवेदन करने वाला व्यक्ति बिहार राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- किसान पंजीकरण: किसान का बिहार राज्य में कृषि विभाग के साथ पंजीकरण होना अनिवार्य है।
- गौपालन में रुचि: केवल वही किसान इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं, जो देसी गाय पालन में रुचि रखते हैं और इसके लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं।
4. आवश्यक दस्तावेज़ (Required Documents)
आवेदन करते समय किसान को निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- किसान पंजीकरण प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- फोटो
- पशुपालन प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)
5. आवेदन की प्रक्रिया (Application Process)
बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध है। आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- सबसे पहले बिहार कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होम पेज पर ‘बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना 2024’ के लिंक पर क्लिक करें।
- आवेदन फॉर्म में आवश्यक जानकारी भरें जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार नंबर आदि।
- सभी आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- आवेदन फॉर्म को सबमिट करें और आवेदन संख्या को सुरक्षित रखें।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- निकटतम कृषि विभाग के कार्यालय से आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
- फॉर्म में सभी जानकारी सही-सही भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें और इसे संबंधित विभाग में जमा करें।
- जमा करने के बाद आवेदन पावती प्राप्त करें।
6. योजना का क्रियान्वयन (Implementation of the Scheme)
इस योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा विभिन्न जिलों में किसानों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए पशुपालन विभाग और कृषि विभाग संयुक्त रूप से कार्य करेंगे। योजना के तहत चयनित किसानों को देसी गायों की खरीदी के लिए सब्सिडी दी जाएगी और इसके लिए बैंकिंग सहायता भी उपलब्ध होगी।
7. सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया
- योजना के तहत स्वीकृत आवेदन के बाद किसान को चयनित गाय की खरीद करनी होगी।
- गाय की खरीदी के बाद किसान को संबंधित विभाग को सूचित करना होगा और सभी दस्तावेज़ जमा करने होंगे।
- सत्यापन के बाद सरकार द्वारा किसान के बैंक खाते में 75% प्रोत्साहन राशि जमा कर दी जाएगी।
8. योजना का प्रभाव (Impact of the Scheme)
बिहार देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना का प्रभाव व्यापक होगा, क्योंकि यह योजना न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि:
- दुग्ध उत्पादन में वृद्धि: देसी गायों की संख्या बढ़ने से राज्य में दूध उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी।
- ग्रामीण रोजगार: पशुपालन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
- जैविक खेती को प्रोत्साहन: जैविक खाद के उपयोग से जैविक खेती को भी बढ़ावा मिलेगा।
- पर्यावरण संरक्षण: देसी गायों के संरक्षण से पर्यावरण संतुलन में भी सुधार होगा।
9. महत्वपूर्ण तिथियाँ (Important Dates)
- योजना की शुरुआत: जनवरी 2024
- आवेदन की अंतिम तिथि: मार्च 2024
- प्रोत्साहन राशि वितरण तिथि: अप्रैल 2024 से
10. संपर्क जानकारी (Contact Information)
योजना से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए किसान निम्नलिखित माध्यमों से संपर्क कर सकते हैं:
- हेल्पलाइन नंबर: 1800-345-6213
- ईमेल आईडी: gaupalan@bihar.gov.in
- वेबसाइट: बिहार कृषि विभाग